Lakhisarai Kajra Solar Power Plant :
आपको बता देकि फिजिबिलिटी रिपोर्ट और डीपीआर कंसल्टेंट कंपनी मेसर्स गुजरात एनर्जी रिसर्च एंड मैनेजमेंट इंस्टीच्युट (जर्मी) ने तैयार किया है. कंसल्टेंट कंपनी से आने वाले समय में बाजार परिदृश्य, स्टैंडर्ड प्रैक्टिस तथा परियोजना की संभाव्यता पर विचार करते हुए बिजली कंपनी ने 185 मेगावाट सौर बिजली उत्पादन का निर्णय लिया है.
कंपनी ने सौर ऊर्जा संयंत्र की लागत 1188.41 करोड़ रुपये जबकि बैट्री ऊर्जा भंडारण प्रणाली की इपीसी लागत 621.93 करोड़ रुपये बताई गई है। और यही नहीं 12 वर्षों में इन बैट्रियों को बदलने की लागत 435.35 करोड़ रुपये होगी.
प्रति किलोवाट 5.83 रुपये आयेगी औसत टैरिफ लागत
उत्पादित बिजली की औसत टैरिफ 5.83 रुपये प्रति किलोवाट (केडब्लूएच) आएगा। शुरुआती दिनों में यह लागत 5.19 रुपये प्रति केडब्लूएच हो सकती है. इस प्लान को शुरू करने के लिए 1232 एकड़ भूमि की जरुरत पड़ेगी।
बिहार स्टेट पावर जेनरेशन कंपनी लिमिटेड द्वारा उक्त भूमि के सीमांकन के उपरांत चाहरदीवारी के निर्माण की कार्रवाई की जा रही है. राज्यों के लिए नवीकरणीय ऊर्जा के उपयोग की बाध्यता व भंडारण दायित्व को भी काफी हद तक पूरा किया जा सकेगा.
जमुई और बांका में लगेगा सोलर पावर प्लांट
बिहार के जमुई में 125 मेगावाट और बांका में 75 सहित कुल 200 मेगावाट क्षमता के सोलर पावर प्लांट लगाया जाने वाला है। जल विद्युत निगम (एसजेवीएन) ने जमुई के लिए आवश्यक 500 एकड़ जमीन के विरुद्ध लक्ष्मीपुर अंचल में 231 एकड़ जमीन की रजिस्ट्री पूरी करते हुए 75 मेगावाट सोलर पावर प्लांट लगाने की तैयारी शुरू कर दी जाएगी।
आपको बता देकि 300 एकड़ जमीन के विरुद्ध चकाई के गढ़ीतेलवा में 225 एकड़ जमीन की रजिस्ट्री प्रक्रिया पूरी की जा चुकी है. वन विभाग से उक्त भूमि का विवरण मांगा गया है.
बांका के तीन मौजा में जमीन की गयी चिह्नित
12 से अधिक जगहों मोठाबाड़ी, टोनापाथर, भैरोगंज, सनमुखिया मोड़, लेड़ाटांड, पहाड़पुर आदि पर उपयुक्त स्थल देखे गये. डिबिटार, आहरडीह और गढ़ीतेलवा मौजा में प्लेट बिछाने को जगह चिह्नित की गयी.
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